....... गरीब बाप का अमीर बेटा.......
बूढ़े बाप को, मासूम छोटे भाई को 200 रूपये में बेच देता है.
यह बेटा जहां पलता है उसे गोबर-पट्टी कहकर
सबको सड़ने छोड़ देता है.
भारत का गरीब बूढ़ा बाप एक मक्का बोता है
और 300 मक्के निकाल कर
एक मक्के की कीमत से भी कम पर,
अमीर बेटे तक पहुंचा देता है.
शायद सृष्टि करने वाला भारत में
गरीब बूढ़ा बाप ही होता है.
लेकिन ध्यान रहे बाप आख़िर बाप होता है
कहीं उसकी सृष्टि, विनाश में न बदल जाये.....
Majdoor Jha
भारत का अमीर बेटा 2 रुपये का सामान बनाता हैबूढ़े बाप को, मासूम छोटे भाई को 200 रूपये में बेच देता है.
यह बेटा जहां पलता है उसे गोबर-पट्टी कहकर
सबको सड़ने छोड़ देता है.
भारत का गरीब बूढ़ा बाप एक मक्का बोता है
और 300 मक्के निकाल कर
एक मक्के की कीमत से भी कम पर,
अमीर बेटे तक पहुंचा देता है.
शायद सृष्टि करने वाला भारत में
गरीब बूढ़ा बाप ही होता है.
लेकिन ध्यान रहे बाप आख़िर बाप होता है
कहीं उसकी सृष्टि, विनाश में न बदल जाये.....
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