Sunday, June 26, 2016

Urmilesh Urmil दिल्ली के मुख्यमंत्री और 'आप' संस्थापक अरविन्द केजरीवाल कुछ अलग किस्म के राजनेता हैं, कई गुणों-अवगुणों से भरे हुए. कई बार साफ नजर आता है कि वह अनेक मसलों पर बहुत संतुलित सोच नहीं रखते, एक-रेखीय नजरिया दिखाते हैं. कई बार आग्रह-पूवा॓ग्रह से भरे दिखते हैं. भारतीय समाज के बारे में उनकी सोच ले-देकर एक मुखर सवण॓ मध्यवगी॓य बौद्धिक जैसी है. पर उनमें गजब का साहस है. आमतौर पर बेईमानों के पास ऐसा साहस नहीं होता. संगठन और अभियान चलाने की अद्भुत क्षमता और समझ है उनमें. जहां तक मैं समझता हूं, वह इस बात को अच्छी तरह समझ रहे होंगे कि पंजाब चुनावों से ऐन पहले उन्हें दिल्ली में बुरी तरह उलझाये रखने की योजनाबद्ध कोशिश हो रही है ताकि वह पंजाब में ज्यादा वक्त और ध्यान न दे सकें. चूंकि पंजाब में इस वक्त आप तेजी से उभरती पाटी॓ है, इसलिये मौजूदा निजाम कुछ न कुछ तो करेगा भाई! कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस से विधायक की गिरफ्तारी, कभी विधायकों की सदस्यता पर खतरा तो कभी मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार का मामला. केजरीवाल को अब समझ में आना चाहिये कि भारतीय राजनीति में एकसाथ सबको दुश्मन बनाना बुद्धिमत्ता का काम नहीं है!

दिल्ली के मुख्यमंत्री और 'आप' संस्थापक अरविन्द केजरीवाल कुछ अलग किस्म के राजनेता हैं, कई गुणों-अवगुणों से भरे हुए. कई बार साफ नजर आता है कि वह अनेक मसलों पर बहुत संतुलित सोच नहीं रखते, एक-रेखीय नजरिया दिखाते हैं. कई बार आग्रह-पूवा॓ग्रह से भरे दिखते हैं. भारतीय समाज के बारे में उनकी सोच ले-देकर एक मुखर सवण॓ मध्यवगी॓य बौद्धिक जैसी है. पर उनमें गजब का साहस है. आमतौर पर बेईमानों के पास ऐसा साहस नहीं होता. संगठन और अभियान चलाने की अद्भुत क्षमता और समझ है उनमें. जहां तक मैं समझता हूं, वह इस बात को अच्छी तरह समझ रहे होंगे कि पंजाब चुनावों से ऐन पहले उन्हें दिल्ली में बुरी तरह उलझाये रखने की योजनाबद्ध कोशिश हो रही है ताकि वह पंजाब में ज्यादा वक्त और ध्यान न दे सकें. चूंकि पंजाब में इस वक्त आप तेजी से उभरती पाटी॓ है, इसलिये मौजूदा निजाम कुछ न कुछ तो करेगा भाई! कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस से विधायक की गिरफ्तारी, कभी विधायकों की सदस्यता पर खतरा तो कभी मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार का मामला. केजरीवाल को अब समझ में आना चाहिये कि भारतीय राजनीति में एकसाथ सबको दुश्मन बनाना बुद्धिमत्ता का काम नहीं है!

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