Wednesday, July 13, 2016

गुजरात में दलितों पर हिन्दू तालिबानी हमला !

ग्राउंड दलित रिपोर्ट -16
................................
गुजरात में दलितों पर हिन्दू तालिबानी हमला !
गुजरात के उना तहसील के दलडी और मोतिसर गांव में दो अलग अलग जगह गाय मरी थी। गाय के मालिक ने समढीयाला गांव के मरे हुए जानवरों के दलित ठेकेदारों को फोन करके बताने के बाद छह दलित उसे लेने गए। तब गौ रक्षक दल के गुंडों ने मरी हुई गाय होने के बाद भी सभी दलितों को जानवर जैसा पीटा। जिस में दो लोग गंभीर रुप से घायल हुए और चार लोगों को भी बुरी तरह से पीटा। गाय के मालिक भी गाय मरी हुई बताते हैं। गुजरात के गीर सोमनाथ में रोंगटे खड़े कर देने वाली यह घटना सामने आई है।
गीर सोमनाथ तहसील के उना शहर में जैसे कायदे कानून जैसी कोई चीज ही ना हो। ऐसे कुछ गुन्डा तत्वों ने दलित समुदाय के चार निर्दोष युवकों को कार के पीछे रस्सी से बांघ कर लोखंड रोड पर बेरहमी से पिटाई की। हद तो तब हुई कि चारों युवकों को गाड़ी के पीछे बांधकर घसीटते हुए पुलिस थाने पर लाकर छोड दिया और ये कांड करने वाले शख्स बिंदास पुलिस स्टेशन से निकल गए।
उना शहर के बस स्टेशन से लेकर पुलिस थाने तक करीब एक किलोमीटर तक का फासला तय करते हुए आधे घंटे से ज्यादा समय इन गौ गुन्डों ने चारों दलित युवकों को बेरहमी से मारा और कानून का चीर हरण करते रहे। लेकिन पुलिस वारदात पर नहीं पहुंची। पुलिस थाने में जब चारों युवकों को छोड़ दिया और दलित समुदाय में यह बात पुंहची तो दलित समुदाय के लोग पुलिस थाने पहुंचे और पीड़ित चारों युवकों को सरकारी अस्पताल में सारवार के लिए ले गए।
जब दलित समुदाय के युवकों पर हुए अत्याचार के विरोध में लोग धरने पर बैठने की तैयारी करने लगे तब पुलिस को इस घटना को गंभीरता का अहसास हुआ। छह लोगों के सामने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई। सारे मामले में कायदे कानून की धज्जियां उड़ाने वाले आरोपी में से एक का मुख्य सूत्रधार बेरोजगार गोस्वामी है। वह खुद को सोमनाथ तहसील का जिला अध्यक्ष बताकर गौवंश की हत्या को लेकर आम लोगों के साथ समढीयाला गांव में से चारों दलितों को पकडा और इस बात की पुलिस को भी जानकारी देकर पुलिस को सौंप दिया था।
चारों युवक दलित चमार हैं और गांव में मरे हुए पशुओं का निकाला करते हैं यह सब जानते हैं। लेकिन अपने आपको शिवसेना के कार्यकर्ता और गौरक्षक बताने वाले इन गुंडों ने आम दलित युवकों की एक ना सुनी और निर्दयी रूप से मारते रहे। चारों पीड़ित युवकों में से दो गंभीर रूप से जख्मी हैं।
हालाँकि उना पुलिस ने इस मामले में अपने आपको शिवसेना का जिला अध्यक्ष बतानेवाले प्रमोद गिरी गोस्वामी समेत छह लोगों के खिलाफ 307, हत्या की कोशिश, 395, लूट और जातिगत रूप से अपमानित करने सहित आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। ताजा जानकारी के मुताबिक दलित समुदाय के जबरदस्त विरोध के बाद इन गौगुण्डों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
-महेन्द्र बौद्ध
(नेशनल दस्तक से साभार )

No comments:

Post a Comment