Ak Pankaj
पहला गिरमिटिया गांधी नहीं आदिवासी हैं
गिरिराज किशोर ने गांधी पर उपन्यास लिख कर उनको पहला गिरमिटिया’ कहा है. यह सरासर झूठ है और गिरमिटिया इतिहास में आदिवासियों की उपस्थिति को नकारना है. मॉरिशस, फिजी, गयाना आदि आज के देशों में झारखंड के आदिवासियों को 1830 के दशक में ही बड़ी संख्या में ले जाया गया. भारत के आदिवासियों को कुली बना कर ले जाने का यह काम औनिवेशिक समय में पहली बार हुआ. इस इतिहास की जानकारी कोई नहीं देता है. मैंने इस इतिहास को आधार बना कर ‘माटी माटी अरकाटी’ उपन्यास लिखा है. अमेजन डॉट इन पर यह उपन्यास उपलब्ध है. अगर आपको आदिवासी इतिहास में दिलचस्पी है तो जरूर पढ़िएगा.
गिरिराज किशोर ने गांधी पर उपन्यास लिख कर उनको पहला गिरमिटिया’ कहा है. यह सरासर झूठ है और गिरमिटिया इतिहास में आदिवासियों की उपस्थिति को नकारना है. मॉरिशस, फिजी, गयाना आदि आज के देशों में झारखंड के आदिवासियों को 1830 के दशक में ही बड़ी संख्या में ले जाया गया. भारत के आदिवासियों को कुली बना कर ले जाने का यह काम औनिवेशिक समय में पहली बार हुआ. इस इतिहास की जानकारी कोई नहीं देता है. मैंने इस इतिहास को आधार बना कर ‘माटी माटी अरकाटी’ उपन्यास लिखा है. अमेजन डॉट इन पर यह उपन्यास उपलब्ध है. अगर आपको आदिवासी इतिहास में दिलचस्पी है तो जरूर पढ़िएगा.

sabko sanmati de bhagwaaaan
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