Avinash Das सेंसर बोर्ड ने #UdtaPunjab की रीलीज पर मुहर तो लगा दी है, लेकिन बेमन से. बोर्ड ने सर्टिफिकेट पर लिखा है कि यह फिल्म उसने नहीं, माननीय उच्च न्यायालय ने पास की है. लेकिन क्या यह परिपाटी सही है? सेंसर बोर्ड को उदार और सेंसेटिव होना चाहिए. इसे सरकार से स्वायत्त होना चाहिए और इसके लिए एक आंदोलन की ज़रूरत है.
सेंसर बोर्ड ने #UdtaPunjab की रीलीज पर मुहर तो लगा दी है, लेकिन बेमन से. बोर्ड ने सर्टिफिकेट पर लिखा है कि यह फिल्म उसने नहीं, माननीय उच्च न्यायालय ने पास की है. लेकिन क्या यह परिपाटी सही है? सेंसर बोर्ड को उदार और सेंसेटिव होना चाहिए. इसे सरकार से स्वायत्त होना चाहिए और इसके लिए एक आंदोलन की ज़रूरत है.
No comments:
Post a Comment