Geeta Dogra
आज दो दुखद समाचार सुनने को मिले-- दोनों समाचार। हिंदी प्रेमियों के लिए दुखदायी हैं। पहला समाचार पंजाब के सरकारी स्कूलों में अब हिंदी भाषा का विषय आफ्शनल होगा। पंजाब के 927 स्कूलों में ऐसा हो गया है शेष में हो जाएगा। यह जानकारी देते हुए हिंदी शिक्षक संघ की सक्रिय कार्यकर्ता सुश्री पंकज माहर ने त्रिवेणी साहित्य अकादमी को बताया कि वह दिन दूर नहीं जब पंजाब से हिंदी गायब हो जाएगी। पंकज माहर ने त्रिवेणी साहित्य अकादमी का दरवाजा इसीलिए खटखटाया कि इस मंच से हिंदी लेखक/कवि जुडे हैं तो उनका स्वर भी मिले। पंकज जी हिंदी लेखक सभी भाषा का सम्मान करते हैं और इस बात से पहले ही निराश हैं कि अब हिंदी के छात्र नहीं मिलते। मिलें कैसे? पंजाब सरकार ही भाषा को रौंदने पर लगी है।हम हिंदी अध्यापकों को विश्वास दिलाते हैं कि हम हिंदी भाषा के सम्मान के लिए उनके साथ हैं।
दूसरे फैसले में हरियाणा सरकार का फैसला कि कुरूक्षेत्र आकाशवाणी पर लगेगा ताला ज़िसे हरियाणावी फिल्मों के निर्माता रौशन जी ने फेसबुक पर सांझा किया। दुख है कि हमारी सरकारें भाषा और संस्कृति पर ताले लगा रही है। भाषा और संस्कृति चली गयी तो बचेगा क्या?
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