Geeta Gairola
जब हिन्दुस्तान में भीड़ किसी अखलाक को मारती है,
जब बांग्लादेश में भीड़ किसी आनंद गोपाल को मारती है,
जब पाकिस्तान में भीड़ किसी गोकुलदास को मारती है,
जब सीरिया में भीड़ किसी रकिया हसन को मारती है,
और ऐसे ही दुनिया में कहीं भी, कभी भी जब भीड़ किसी को मारती है,
सिर्फ इन्सान मरते हैं|
ओमर मतीन के होते हुए कैसे कह दूँ, इस्लाम शांति का मज़हब है?
ट्रम्प के होते हुए कैसे मान लूँ हम सब उस एक परमपिता की संतान हैं?
कैसे मान लूँ 'साध्वी' प्राची के रहते सनातन धर्म 'सनातन' है?
तुम्हारी नफरत, तुम्हारे धर्म, तुम्हारा बाज़ार, तुम्हें मुबारक हो,
मुझे हँसने दो मेरे दोस्तों के साथ,
चैन से खा लेने दो मेरी बनायीं रोटियाँ,
कर लेने दो मोहब्बत जी भरकर इस दुनिया से,
तुम्हारी जन्नत और तुम्हारा भगवान, तुम्हें मुबारक हों,
मुझे बस बारिश में नाचना है, धूप में खेलना है, छाँव में सोना है|
Whats ap
कैसे माना जा सकता है ?
ReplyDelete