Monday, July 18, 2016

तसलीमा नसरीन का कहना है कि हसीना का यह बयान सच्चाई के विपरीत है, क्योंकि यदि वे आतंकवादी इस्लामपरस्त नहीं होते तो सिर्फ मुसलमानों को क्यों बख्शते?

तसलीमा नसरीन का कहना है कि हसीना का यह बयान सच्चाई के विपरीत है, क्योंकि यदि वे आतंकवादी इस्लामपरस्त नहीं होते तो सिर्फ मुसलमानों को क्यों बख्शते?
ढाका में आतंकवादियों ने जो नर-संहार किया, वह अपने आप में अपूर्व था। मुझे ऐसा याद नहीं पड़ता कि किसी मुस्लिम देश में आतंकी घटना घटी हो और मरेन वाले ज्यादातर लोग गैर-मुसलमान हों या विदेशी हों।
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