Tuesday, May 10, 2016

सरकार शुरू से ही आतंकवाद का हव्वा खड़ा करने के लिये मुसलमानों को फंसाती रही है इस बार सोशल मीडिया पर हल्ला मचने से सरकार को दस मुस्लिम नौजवानों को छोड़ना पड़ा है हांलाकि अंत में सभी तेरह मुस्लिम नौजवान बेकसूर निकलेंगे लेकिन अभी सरकार खुद की इज्जत बचाने के लिये बाकी तीन निर्दोष लोगों को नहीं छोड़ रही है

Himanshu Kumar
आतंकवाद के इल्ज़ाम में जिन तेरह मुस्लिम लड़कों को हाल ही में पकड़ा गया है , उनमें से दस को छोड़ दिया गया है
सरकार शुरू से ही आतंकवाद का हव्वा खड़ा करने के लिये मुसलमानों को फंसाती रही है
इस बार सोशल मीडिया पर हल्ला मचने से सरकार को दस मुस्लिम नौजवानों को छोड़ना पड़ा है
हांलाकि अंत में सभी तेरह मुस्लिम नौजवान बेकसूर निकलेंगे
लेकिन अभी सरकार खुद की इज्जत बचाने के लिये बाकी तीन निर्दोष लोगों को नहीं छोड़ रही है

सोनी सोरी को जब सरकार नें पकड़ा था और उसे थाने में सताया था तो मैनें उसके खिलाफ लिखना शुरु किया
तो मुझ पर सवाल खड़े किये जाते थे कि मैं सोनी को निर्देाष कैसे मान रहा हूँ ?
बाद में सोनी सात में से छह मामलों में निर्दोष पायी गई
सातवें मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट नें जमानत दे दी
मेरे द्वारा उठाये गये मानवाधिकार हनन के सैकड़ों केसों में से एक भी मामला गलत नहीं पाया गया
मेरा अनुभव कहता है कि आतंकवाद सरकार के फायदे का धंधा है
सरकार कभी आदिवासियों को तो कभी मुसलमानों को आतंकवादी कह कर जेलों में डालती रहती है
इस धंधे में पुलिस वालों और नेताओं की बड़ी कमाई होती है
अगर आप पुलिस वालों का नार्को टेस्ट करवाएं तो ये पुलिसिये सारी सच्चाई बक देंगे
मोदी सरकार का तो पूरा खेल ही मुसलमानों को बदनाम करके हिंदुओं के वोट पर कब्ज़ा करने का है
इस खेल में भाजपा फर्ज़ी लव जिहाद का शोर मचाती है
भाजपा और संघ दंगे करते है
हिंदुओं में डर और असुरक्षा की भावना पैदा करी जाती है
और चुनाव में सत्ता पर कब्ज़ा कर लेते हैं
ये वो लोग हैं जो असली मुद्दों से राजनीति को भटकाना चाहते हैं
राजनीति का मुख्य काम है सबकी बराबरी और सबको न्याय देने के लिए काम करना
लेकिन यह लोग जो मज़े उड़ा रहे हैं
इन्हें बराबरी से डर लगता है
लेकिन बराबरी तो आकर रहेगी
ये सत्ता मिट कर रहेगी

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