Sunday, May 15, 2016

Pramod Ranjan यह उन कुल 26 योग प्रशिक्षकों की लिस्‍ट है, जिन्‍हें पिछले साल विश्‍व योग दिवस पर विदेश भेजा गया। अंग्रेजी पाक्षिक ‘मिल्ली गजट’ के पुष्‍प शर्मा ने सवाल उठाया कि इनमें कोई मुसलमान क्‍यों नहीं है, तो उन्‍हें जेल भेज दिया गया। सरकार और प्रेस कौंसिल मानती है कि उन्‍होंने यह सवाल उठाकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगडाने का अपराध किया है। अब अगर आप यह सवाल उठाएं कि इन 28 क‍थित योग प्रशिक्षकों में कोई भी दलित-पिछडा- अ‍ादिवासी क्‍यों नहीं है, तो आप भी जातिवाद फैलाने के दोषी बताये जा सकते हैं। खामोश रहिए। यह सब कहना राष्‍ट्रोह भी है। धारा 153 ए (समुदायों के बीच धृणा फैलना) और 124 ए (राष्‍ट्रद्रोह) आपका इंतजार कर रही है।

Pramod Ranjan
यह उन कुल 26 योग प्रशिक्षकों की लिस्‍ट है, जिन्‍हें पिछले साल विश्‍व योग दिवस पर विदेश भेजा गया।
अंग्रेजी पाक्षिक ‘मिल्ली गजट’ के पुष्‍प शर्मा ने सवाल उठाया कि इनमें कोई मुसलमान क्‍यों नहीं है, तो उन्‍हें जेल भेज दिया गया। सरकार और प्रेस कौंसिल मानती है कि उन्‍होंने यह सवाल उठाकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगडाने का अपराध किया है।
अब अगर आप यह सवाल उठाएं कि इन 28 क‍थित योग प्रशिक्षकों में कोई भी दलित-पिछडा- अ‍ादिवासी क्‍यों नहीं है, तो आप भी जातिवाद फैलाने के दोषी बताये जा सकते हैं।
खामोश रहिए। यह सब कहना राष्‍ट्रोह भी है। धारा 153 ए (समुदायों के बीच धृणा फैलना) और 124 ए (राष्‍ट्रद्रोह) आपका इंतजार कर रही है।

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