Sunday, May 1, 2016

आज से मेरे फन का मकसद जंजीरें पिघलाना है आज मैं शबनम के बदले अंगारे बरसाऊंगा | साहिर लुधियानवी

सभी को मई दिवस की शुभकामनायें |
---------------------------------------------
आज से ए मजदूर किसानों
मेरे राग तुम्हारे हैं |
फाकाकश इंसानों मेरे
जोग विहाग तुम्हारे हैं
मेरा फन, मेरी उम्मीदें
आज से तुमको अर्पण हैं
आज से मेरे गीत तुम्हारे
दुःख और सुख का दर्पण हैं ||
तुम से कुव्वत लेकर अब मैं
तुमको राह दिखलाऊंगा
तुम परचम लहराना साथी
मैं परबत पर गाऊंगा
आज से मेरे फन का मकसद
जंजीरें पिघलाना है
आज मैं शबनम के बदले
अंगारे बरसाऊंगा |
साहिर लुधियानवी
-----------------------
कविता पोस्टर - पंकज दीक्षित Pankaj Dixit / शब्द -उदयप्रकाश

No comments:

Post a Comment