सभी को मई दिवस की शुभकामनायें |
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आज से ए मजदूर किसानों
मेरे राग तुम्हारे हैं |
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आज से ए मजदूर किसानों
मेरे राग तुम्हारे हैं |
फाकाकश इंसानों मेरे
जोग विहाग तुम्हारे हैं
मेरा फन, मेरी उम्मीदें
आज से तुमको अर्पण हैं
आज से मेरे गीत तुम्हारे
दुःख और सुख का दर्पण हैं ||
जोग विहाग तुम्हारे हैं
मेरा फन, मेरी उम्मीदें
आज से तुमको अर्पण हैं
आज से मेरे गीत तुम्हारे
दुःख और सुख का दर्पण हैं ||
तुम से कुव्वत लेकर अब मैं
तुमको राह दिखलाऊंगा
तुम परचम लहराना साथी
मैं परबत पर गाऊंगा
आज से मेरे फन का मकसद
जंजीरें पिघलाना है
आज मैं शबनम के बदले
अंगारे बरसाऊंगा |
तुमको राह दिखलाऊंगा
तुम परचम लहराना साथी
मैं परबत पर गाऊंगा
आज से मेरे फन का मकसद
जंजीरें पिघलाना है
आज मैं शबनम के बदले
अंगारे बरसाऊंगा |
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