Dilip C Mandal
प्रोफेसर कांचा इलैया ने कामचोरों और निठल्लों को कामचोर और निठल्ला क्या लिख दिया, वे तो नाराज हो गए. मुकदमेबाजी कर रहे हैं, फोन करके और तमाम तरह से धमका रहे हैं.... ये नहीं चलेगा महाराज. सुनना तो पड़ेगा. बड़े कुकर्म हैं आपके. बहुत कुछ सुनना पड़ेगा. अभी तो यह शुरुआत है.
दक्षिणा पर पलने वाले निठल्ले कहीं के!
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